एक बार की बात है की एक जंगल में तीन साड रहते थे | वे तीनो बहुत ही बलवान थे और तीनो ही पक्के दोस्त भी थे | वो जहा भी जाते सबे साथ साथ जाते थे | वो हमेशा एक साथ ही रहते थे और उनकी यह एकता देख कर सभी जंगल के जानवर उनसे डरते थे | किसी की भी हिमत नहीं थी उनसे लड़ने की | फलत: वह अपने दुश्मनों से पूरी तरह से सुरक्षित थे | उन्हें एक साथ देख कर वन का राजा सिंह भी उनके पास आने से डरता था |
उसी वन में एक लोमड़ी भी रहती थी | वह जब भी उन सांडो को एक साथ देखती तो उसके मुह में पानी आ जाता था | परन्तु उनके पास जाने से डरता थी | लोमड़ी ने एक दिन बहुत सोच समझकर एक योजना बनाई |
उसने सांडो में फुट डालने की योजना बनाई | उसने इस योजना में अपने दोस्त लोमड़ी की भी मदद ली | दोनों लोमडियो ने एक एक सांड के पास गए | पहले तो उनकी बहुत तारीफ की और फिर उन्होंने एक दुसरो ने कान भरने सुरु कर दिए और उनमे शत्रुता का बीज बो दिया | फलत: वे परस्पर अलग हो गए |
और इसी का फायदा उठा कर उस लोमड़ी ने एक सांड पर आक्रमण कर उसे अपना भोजन बना लिया | इसी प्रकार उसने दुसरे दोनों सांडो को बारी बारी मार कर अपना भोजन बना लिया |
सीख: अपने विश्वास को इतना कमजोर मत बनाओ की किसी के कहने से आप के रिश्ते में फुट पर जाए, क्योकि फुट सदेव फुट का कारण बनती है |
Really inspiring story. thanks