एक गाव में एक बच्चा रहता था | वह रोज अपनी भेड़ो को घाटी में ले जाया करता था | हर रोज का वह यही किया करता था | सुबह उठा और अपनी भेड़ो को घाटी में ले जाया करता था चराने के लिए | एक दिन वह बेठे बेठे ऊब गया और उसने सोचा क्यों न आज गाँव का मझक उड़ाया जाए |
और वह एज ऊँची चटान पर चड गया और जोर जोर से चिलाने लगा, शेर आया शेर आया | मेरी और मेरी भेड़ो की जान बचाओ | गाँव वालो ने उसकी अवाज सुन कर अपनी अपनी लाठी उठी और घाटी की तरह भागे उसकी जान बचाने के लिए | परन्तु जब वो लोग घाटी में पहुचे तो देख कर हेरान हो गए, वहा उन्हें कुछ न दिखा और वह बच्चा बोला, “कोई शेर नहीं आया मेने तो एक मजाक किया था “
सभी गाँव वालो को बहुत गुस्सा आया और वहा से चले गए | उस बच्चे ने यह हरकत १-२ बार फिर किया | गाँव वाले बार बार आते गुस्से में आ कर वहा से चले जाते | अब की बार सभी गाँव वालो ने निर्णय कीया की अब से इस बच्चे की बात नहीं माने गे चाहे कुछ भी हो जाए |
एक दिन बच्चा रोजाना की तरह अपनी भेड़ो को घाटी में गया | परन्तु उस दिन वहा उसका और भी कोई इंतजार कर रहा था | भेड़ो के आते ही शेर ने उन भेड़ो पर हमला कर दिया | अब वह बच्चा सुच मुच जोर जोर से चिलाया शेर आ गया शेर आ गया | पर अब की बार किसी ने भी उसकी बात नहीं सुनी | अत: शेर ने उसकी बहुत सारी भेड़ो को मार दिया और खा गया |
सीख:
– कभी भी झूठ न बोलो |
– झूठ बोलना पाप |
– कोई भी आप की बातो का विश्वास नहीं करता |