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वैश्वीकरण क्या है? What is globalisation?

वैश्वीकरण (Globalization) का अर्थ अपने देश की अर्थव्यवस्था को विश्व की अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ना है ,अर्थात अपने देश की अर्थव्यवस्था को दूसरे देश की अर्थव्यवस्था के साथ भारत स्वतंत्र रूप से वस्तुओं का आदान प्रदान करें यह वैश्वीकरण कहलाता है वैश्वीकरण दो शब्दों को मिलाकर बना है विश्व और एकीकरण।

विश्व का अर्थ है पृथ्वी में मौजूद सभी देश एकीकरण का अर्थ है एक देश का दूसरे देश के साथ आपसी सहयोग से मदद करना।

वैश्वीकरण को भूमंडलीकरण भी कहते हैं। भूमंडलीकरण का अर्थ भी वैश्वीकरण की तरह ही है। यह भी दो शब्दों से मिलकर बना है। वैश्वीकरण को अंग्रेजी में globalisation कहते हैं ग्लोब+ लाइजेशन।

वैश्वीकरण (Globalization) आज के जमाने का तरीका नहीं, परंतु यह राजाओं और सम्राटो के काल से ही चला आ रहा है। पुराने समय में भी बिल्कुल इसी तरह राजा लोग अपने व्यापार को अपने देश से दूसरे देश में करते थे।

वैश्वीकरण (globalization) को जानने के लिए आपको उदारीकरण और एकीकरण को भी समझना होगा उदाहरण के लिए अगर भारत देश में दूसरे देश के व्यापारी व्यापार करना चाहते हैं लेकिन  भारत देश के नियम बहुत सख्त है और दूसरा देश अपना व्यापार सरलता से नहीं कर सकता तो इसमें globalisation में दिक्कत आती है। इस परेशानी से बचने के लिए अगर भारत बहुत ही आसान से नियम बना दे ताकि दूसरे देश का व्यापारी भारत देश में आसानी से अपना व्यापार कर सके और अपने उत्पाद (product) को आसानी से बेच सकें, तो व्यापार में सरलता होगी। इस तरह एक देश का दूसरे देश के प्रति व्यापार को लेकर नियमों को सरल बना देना उदारीकरण (liberalisation) कहलाता है।

और यदि बात करें एकीकरण (integration) की तो यदि सारे देश मिलकर उदारीकरण की नीति को अपनाते हैं और एक साथ व्यापार करते हैं तो उसे एकीकरण कहा जाता है।इसका यह फायदा है कि यदि एक देश में कोई उत्पाद (product) बनाया जाता है तो वह इस नीति से अपने उत्पाद को पूरे विश्व में बेच सकता है।

वैश्वीकरण (globalization) के अंतर्गत किसी देश की कंपनी दूसरे देश के अलावा अन्य किसी भी देश में अपना व्यवसाय स्थापित कर सकती है।और अपना उत्पाद बेच सकती है।उदाहरण के लिए मान लीजिए हमारा भारत देश मसाले बनाता है और यदि सिर्फ भारत में उसका उत्पादन करें और बेचे तो उसे इतना लाभ नहीं होगा। परंतु यदि वह अन्य देशों में भी इसका उत्पादन करके बेचे तो उसे अधिक मुनाफा होगा कहने का अर्थ यह है कि यदि भारत देश मसालों का उत्पादन करता है तो वह ना केवल भारत में बल्कि अन्य दूसरे देशों में भी इसका उत्पादन करके इन मसालों को बेच सकता है फिर चाहे वह देश अमेरिका या जापान ही क्यों ना हो ।

अब जानते हैं कि वैश्वीकरण के क्या

लाभ है:

वैश्वीकरण के लाभ benefits of globalisation:

1.वैश्वीकरण से जीवन स्तर में वृद्धि :-

उपभोक्ता को पर्याप्त मात्रा में उत्तम किस्म की वस्तुएं उचित कीमत पर मिल जाती है उदाहरण के लिए यदि एक शहर में सिर्फ एक ही हॉस्पिटल है और एक हॉस्पिटल होने के कारण शहर के सभी लोग उस हॉस्पिटल में अपने इलाज के लिए आते हैं। हॉस्पिटल एक होने के कारण हॉस्पिटल अपने अनुसार ही अपनी कीमत लगाएगा और लोगो से मनमाने पैसे लेगा।परंतु यदि इसी शहर में तीन चार हॉस्पिटल और खुल  जाए तो अधिक हॉस्पिटल बनने के कारण जहां पर कस्टमर को अच्छा लगेगा और रेट भी उचित होंगे वह उसी हॉस्पिटल में अपना इलाज करवाएगा इसी प्रकार व्यापार में भी होता है। उदाहरण के लिए मोबाइल कंपनी,  दूसरे देश के लोग अपने मोबाइल को हमारे देश में बेचते हैं और अच्छा मुनाफा उठाते हैं इससे लोगों को भी फायदा होता है। वह अपनी पसंद के रेट के मुताबिक  मोबाइल फोन को खरीद सकते हैं और जब हमें अपने मुताबिक रेट मिल जाते हैं तो हमारी जीवन शैली आसान हो जाती है।

2.विदेश के व्यापार में बढ़ोतरी:- जैसा कि आपको पहले बताया था कि यदि एक देश से दूसरे देश में नियम प्रतिबंध हट जाते हैं तो आयात और निर्यात करना काफी सरल हो जाता है।

3.दूसरे देशों में भी रोजगार के अवसर:-

वैश्वीकरण के अंतर्गत एक देश के लोग दूसरे देश में जाकर रोजगार को प्राप्त कर सकते हैं।

4.नई तकनीक (New technology) :- कई देश ऐसे हैं जिनके पास पैसा तो है परंतु टेक्नोलॉजी (Technology)नहीं है और कई देश ऐसे हैं उनके पास टेक्नोलॉजी है, परंतु पैसा नहीं है।परंतु जब वैश्वीकरण की बात आती है तो वैश्वीकरण में एक देश का दूसरे देश के साथ आयात निर्यात होने के कारण नई तकनीक और पैसों का भी लेनदेन किया जा सकता है इसका लाभ यह होता है कि उत्पादकता में वृद्धि होती है।

अब बात करते हैं वैश्वीकरण से होने वाली हानियों की।

 

वैश्वीकरण के नुकसान harm of globalisation:

1.घरेलू उद्योगों पर होने वाला नकारात्मक प्रभाव:- वैश्वीकरण होने के कारण जो बड़े उद्योग होते हैं, वह प्रतिस्पर्धा में आ जाते हैं परंतु छोटे उद्योग वाले इस प्रतिस्पर्धा का हिस्सा नहीं बन पाते।जो बड़ी कंपनियां होती है वह अपने देश के साथ-साथ दूसरे देश में भी अपने Advertising के द्वारा अपने प्रोडक्ट (Product) को बेच सकती हैं, परंतु जो छोटे स्तर (level) की कंपनियां होती है, वह अपने ही देश में Advertising कर पाती है और अपने रोजगार को उसी स्तर पर रख पाती है। जिससे यह हानि होती है कि जो बड़े स्तर की कंपनियां है, वह अच्छा व्यवसाय कर पाती हैं और लोग उन्हीं के प्रोडक्ट को ज्यादा खरीदते हैं बजाए छोटे उद्योगों के प्रोडक्ट्स को। इससे लोग बड़े Brand की चीजों को ही खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं। बड़े Brand को अपने सामने देखते हुए या तो छोटी कंपनियां competition करते रहते हैं या फिर उन्हें अपनी कंपनी बंद करनी पड़ती है। छोटे उद्योग बंद हो जाते हैं और लोग बेरोजगार हो जाते हैं।

2.उपभोक्तावादी संस्कृति। (consumer culture.):- दूसरे देश के कंपनियां हमारे देश में advertisement के द्वारा बहुत बड़ा प्रचार करती हैं। इसका कारण यह होता है कि हमारे देश के कुछ ब्रांड Brand नहीं चल पाते और बाहर के कंपनियां अपने और दूसरे देश की कंपनियां हमारे देश में अधिक मुनाफा पाकर व्यापार को स्थापित कर पाती हैं और लोगों को उन वस्तुओं का आदि कर देती है।

3.विलासिता वाली वस्तुओं का प्रभाव:- आज के समय में लोगों को भी अपनी जिंदगी आरामदायक चाहिए जिससे दूसरी कंपनियां इस बात को पूरी तरह से समझते हैं और ऐसे ही प्रोडक्ट को बनाती हैं जिससे उपभोक्ता को आराम मिले और लोग उनका प्रोडक्ट अधिक खरीदें। लोग अपने दैनिक जीवन की चीजें तो खरीदते ही है पर उसी के साथ-साथ ऐसी कई फालतू चीजें भी खरीद लेते हैं जिसकी उन्हें खास ज़रूरत नही होती । जैसे महंगे मोबाइल, महंगी घड़ियां, महंगी गाड़ियां। आज के समय में जरूरत की चीजों से ज्यादा विलासिता पूर्ण  चीजों यानि Luxury items  की अधिक मांग है।

4.आय में विषमता:- वैश्वीकरण के कारण अमीर देश और अमीर और गरीब देश और गरीब बनते जा रहे हैं। वैश्वीकरण का ज्यादा फायदा अमीर लोग ही ले रहे हैं गरीब लोग नहीं क्योंकि यदि एक बड़ी कंपनी एक अच्छे मुनाफे में होगी तो वह अच्छा इनकम प्राप्त कर पाएगी और बड़े देशों में जाकर भी अपने प्रोडक्ट को बेच पाएगी । लेकिन कुछ ऐसे देश भी हैं जहां इतनी बड़ी कंपनिया नही है और न ही इतनी आय है कि वो दूसरे देशों में जा कर  अपनी कम्पनी स्थापित करके पैसा कमाएं जैसे कि नेपाल और भूटान जैसे देश ।

Conclusion  निष्कर्ष:

उम्मीद है कि हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपके लिए उपयुक्त रही होगी। अपने साथ-साथ दूसरों को भी इस लेख को शेयर करें ताकि दूसरे लोग भी वैश्वीकरण (globalization) के बारे में जान सके।

धन्यवाद।

 

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