होगा परिवर्तन एक दिन

आज नहीं तो कल

होगा परिवर्तन

चंहु और फेले होगे पुष्प

और मंद – मंद पुष्पों की खुशबु

उमड रहे होगे भवरे

तितलिय भी होगी

और होगी चिड़िया की चु – चु

चंहु और फेली होगी

रंगो की बोछार

आज नहीं तो कल

होगा परिवर्तन

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बंद करो बाल श्रम

कहा गये वो सुंदर फूल

कहा गई वो मुस्कान

कहा उड़ गई सारी धुल

क्यों चुप हो गए गाने

 

झूले अब थम से गए

पिता खड़ा खामोश है

मेंदान भी जम से गए

हर घर आगन मदहोश है

 

बहुत ढूँढा तो पता चला कि

वो सब बच्चे वहा है

जहा पर खुशिया बेरंग है

बचपन जीना मना है

वहा बच्चो से बंगले बनवाये जाते है

चुड़ीयाँ, कंगन, बीडी भी बनवाई जाती है |

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