दिल्ली शहर में एक परिवार रहता था | एक दिन की बात है उस घर में एक पार्टी चल रही थी घर बहुत सुन्दर सजा हुआ था और बढिया खाना भी मेजो पर रखा हुआ था |
उस पार्टी में एक लड़का था जिसका नाम सोनू था वह घर के बहार देखा रहा था की उसकी नजरे दो लडको पर पड़ी जो घर के अंदर रखे खानों को देख रही थी | उस्न्की नजरो से ऐसा लग रहा था की उन्होंने बहुत देर से खुच खाया नहीं है | यह देखकर सोनू को अच्छा नहीं लग रहा था | उसने देखा की पार्टी में लोग आदा खाना खाते और कुछ फ़ेंक देते | यह सब देख कर उसे बिलकुल अच्छा नहीं लग रहा था | उसने मन ही मन सोच लिया था की वो कुछ न कुछ करेह इन बच्चो के लिए |
उसके मन के विचार आया और फिर उसने गो रोटिया ली और तली बजाकर अपने पास बुला लिया और कहा, “कृपया करके मेरे पास आओ, में आप सभी को एक जादू दिखता हु |”
जब सब लोग उसके पास आ रहे थे तो उसने चलाकी से उन दोनों बच्चो को भी बुला लिया | जा सभी लोग उसके पास आ गए तो बोला, “देखिये, ये दो रोटिया में इन दोनों बच्चो की जेबों में रख दुगा | एक रोटी एक बच्चे की जेब में और दूसरी रोटी दुसरे बच्चे के जेब में और बाद में ये दोनों रोटिया मेरी जेब में मिलेगी |
यह सुनकर सभी लोग तली बजाने लगे और सभी की निगाहे उन्ही दोनों बच्चो पर थी | सोनू ने दोनों रोटिया बच्चो की जेबों में डाल दी और फिर उसने एक मंत्र पढना शुरू किया | कुछ देर बाद उसने अपनी जेबों में हाथ डाला और दोनों रोटिया निकाल दी | यह देख कर सभी लोग हेरत में पड़ गए | सभी ने तालिया बजा कर उसका स्वागत किया |
सोनू बोला, “घन्यवाद, अगर आप सब की इजाजत हो तो में ये दोनों रोटिया इन दोनों बच्चो को देना चाहता हु | “
हा हा बिलकुल सभी ने उतर दिया |
सोनू ने दोनों रोटिया उनको दी और फिर वो बच्चे वहा से चले गए | कुछ देर चलने के बाद जब उन दोनों बच्चो ने अपनी जेबों में हाथ डाला तो उनको एक – एक और रोटी मिली | यह कैसा जादू हुआ, पहले भी रोटिया मिली और फिर उनकी जेब में से भी रोटिया मिली |
क्या आप लोगो को सोनू का जादू समझ आया |