कैसे लीया अपना बदला

एक बार की बात है एक लड़का और एक लडकी अपने घर के बहार एक साथ खेल रहे थे | खेल खे में दोनों में कहा सुनी हो गई और जल्द ही दोनों में लड़ाई भी हो गई और फिर आखिर कर उस लडके ने उस लडकी को २ चांटे मार दिया, और वहा से चली गई |

लडकी गुस्से में अपने घर पहुची ही थी उसने देखा की उसके घर तो मेहमान आये हुए है तो उसने अपने गुस्से पर काबू किया परन्तु उसके पिता जान गए थे की कुछ हुआ है | उसके पिता ने पूछा, बेटा,”क्या हुआ, इतने गुस्से में क्यों हो?”

लडकी बोली, “कुछ नहीं पिता जी, बस अपना डंडा दीजिए गा, मुझे एक लडके की पिटाई करनी है |”

मेहमान ने सारी बात सुन ली बोला, “बेटी तुम्हे ऐसा नहीं करना चाहिए, किसी पर हाथ उठाना अच्छी बात नहीं होती है |”

“उस लडके की इतनी मजाल की उसने मुझे २ चांटे मारे और में उसे कुछ भी न कहू, ऐसा नहीं हो सकता | में उसे माफ नहीं कर सकती | में तो बदला ले कर रहूगी |”

मेहमान ने उसे प्यार से समझाया, “देखो बेटी, उसने ऐसा इसलिए किया होगा क्योकि उसे तुम पर गुस्सा आ गया होगा | उसने गलत किया, परन्तु उसको मारने से तुम्हे क्या मिलेगा | उल्टा तुम्हे ही तकलीफ होगी | और साथ ही साथ तुम्हारी दोस्ती भी खत्म हो जाएगी और दुश्मनी हो जाएगी | तुम्हे कुछ ऐसा करना चाहिए की उसे अपनी गलती का अहसास हो और तुम से माफी मागे | “

यह करकर उसने उस लडकी के पिता को एक ग्लास ठंडा शरबत लाने को कहा और उस लडकी को दिया और कहा, जाओ या शरबत उस लडके को दे का आओ |:”

लडकी ने ठीक वैसा ही किया जैसा उस मेहमान ने कहा, “लडकी ने जब उस लडके को शरबत दिया और लड़का यह देखकर हेरान रह गया और उसे अपने किये पर पछतावा हुआ | उस लडके ने उसे माफी मांगी और उसे अपने बहन बना लिया |

दोस्तों, हमे यह याद रखना होगा, की खून का बदला खून नहीं होता, या चांटे का बदला चांटे नहीं होता | हम प्रेम से ही हर दुश्मनी को मिटा सकते है बस जरूरत है प्रेम भाव की |

Leave a Comment